दुनिया के टॉप 10 CEOs, जिन्हें नहीं पड़ी कभी डिग्री की जरूरत

Edubabble LLP Published on 26 February 2020



जीवन में शिक्षा का कोईऔर विकल्प नहीं होता, लेकिन यह जरूरी नहीं कि शिक्षा वही है जो आप कॉलेज में प्राप्त करते हैं। जोआप डिग्री केतौर पर लेते हैं।शिक्षा तो वास्तव में वह होती है जोआपको इतना व्यवहारिक ज्ञान दे देती है, जिसके बलपरआपअपनी जिंदगी में कुछ हट कर करपाते हैं।यहांहम आपको दुनिया के उनटॉप 10 सी.ई.औ. के बारे में बता रहे हैं जिनके पास भले ही कॉलेजकी डिग्री नाहो, लेकिन उन्होंने जो करके दिखाया है, उसकी वजह से वे दुनिया के लाखों - करोड़ों लोगों के साथ उनके लिए भी आदर्श बनगए हैं, जिन्होंनेअपने पास न जाने कितनी ही डिग्रियां साजो रखी हैं।


1. इवान विलियम्स



करीब डेढ़ वर्षों तक इवन विलियम्स ने नेबर्स्क यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की, मगर इन्फॉर्मेशन सिस्टम में फ्रीलांसर के तौर पर कॅरियर बनाने के लिए इसे बीच में ही छोड़ दिया। हालांकि, मेग होरिहन के साथ मिल कर ब्लॉगिंग प्लेटफार्म ब्लॉगर को लांच करने से पहले उन्होंने हेवलेट-पकार्डऔर इंटेल के लिए भी काम किया था।ब्लॉगर का गूगल ने वर्ष 2013 में अधिग्रहण कर लिया था।नोह ग्लास के साथ मिल कर उन्होंने पॉडकास्ट कंपनी ऑडियो भी शुरू की थी, जिसमें उन्होंने बिज स्टोन व जैक डोरसी को भी काम पर रखा था।ये चार लोग, जिनके पास कॉलेज की कोई डिग्री नहीं थी, उन्होंने वर्ष 2006 में माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर को लॉन्च कर दिया।वर्ष 2013 के नवंबर से कंपनी पब्लिक में आ गई।आज यह कंपनी किसी पहचान की मोहताज नहीं है।


2. जैन कौम



यूक्रेन के बाहरी हिस्से कीव में जैन कौम पले-बढ़े।इसके बाद अपनी मां के साथ पलायन करके 16 वर्ष की उम्र में वे कैलिफोर्निया चले गए।सैन जोस स्टेट यूनिवर्सिटी में मैथ और कंप्यूटर साइंस की पढ़ाई छोड़ने के बाद उन्होंने याहू में 9 वर्षों तक सिस्टम सिक्योरिटी और इंफ्रास्ट्रक्चर इंजीनियरिंग में काम किया।उनके दिमाग में वर्ष 2009 में व्हाट्सएप का आइडिया आया, जिसके मंथली यूजर की संख्या 450 बिलियन तक पहुंच गई।फेसबुक ने व्हाट्सएप की लोकप्रियता को देखते हुए वर्ष 2014 में इसे कथित तौर पर 19 बिलियन डॉलर में खरीद लिया।


3. सर रिचर्ड ब्रैनसन



रिचर्ड ब्रैनसन कभी कॉलेज नहीं गए।कॉलेज क्या, स्कूल जाना भी उन्होंने बीच में ही छोड़ दिया था। केवल 16 साल के थे, तभी स्टूडेंट मैगजीन शुरू कर दिया था। 19 साल के हुए तो वर्जिन के नाम से मेल रिकॉर्ड की दुकान खोल दी।यह चल निकला तो उन्होंने वर्जिन रिकॉर्ड्स के नाम से रिकॉर्डिंग स्टूडियो भी शुरू कर दिया। फिर 1980 में इन्होंने वोयेगर समूहऔर वर्जिन अटलांटिक एयरलाइंस के जरिये ट्रेवल को भी अपने बिजनेस में जोड़ दिया।तभी तो वेल्स के प्रिंस चार्ल्सने 1999 मेंइन्हेंउद्यमिताकेक्षेत्रमेंइनकेयोगदानकेलिएसम्मानितभीकिया।आजवर्जिनग्रुपमें 30 देशोंकी 200 सेभी अधिक कंपनियां शामिल हैं।


4. रसेल सिमंस



न्यूयॉर्क के सिटी कॉलेज में समाजशास्त्र की पढ़ाई कर रहे रसेल सिमंस ने बीच में ही अपनी पढ़ाई हर्लेम और क्वीन्समें अपनी पार्टिया को प्रोमोट करने के लिए छोड़ दी थी।अपने रैपर दोस्त कुर्तिस ब्लो के वे 1979 में मैनेजर बन गए।बाद में उनकी मुलाकात प्रोड्यूसर रिक रूबीन से हुई।दोनों ने मिलकर 1984 में डेफजैम नामक कंपनी शुरू कर दी।इसमें उन्होंने एल एल कूल जे, द बेस्टी बॉयज और पब्लिक इनमी को भी साइन कर लिया था।वर्ष 1999 में डेफ जैम के अपने शेयर को उन्होंने यूनिवर्सल म्यूजिक ग्रुप को कथित तौर पर 100 मिलियन डॉलर में बेच दिया था।


5. माइकल डेल



डेल कम्प्यूटर्स को शुरू करने के लिए माइकल डेल ने टेक्सास यूनिवर्सिटी में अपनी प्री-मेडिकलकीपढ़ाईबीचमेंहीछोड़दीथी।माइकलडेलकी 1980 के दशक की शुरुआत में ही कंप्यूटर में विशेष रुचि पैदा हो गयी थी, जिस वक्त कंप्यूटर इंडस्ट्री की तो बस शुरु आत ही हो रही थी।पीसी को खरीदना और सीधे ग्राहकों को बेच देना ही उनका व्यवसाय था, जिसे बढ़ाने के लिए उन्होंने कॉलेज छोड़ा था।अपने पहले वर्ष में डेल कम्प्यूटर्स ने 6 मिलियन डॉलर का सेल दर्शाया।वर्ष 1992 में माइकल डेल को फॉर्चून 500 मैगजीन ने टॉप कॉरपोरेशंस की सूची में सबसे युवा सी.ई.औ. नामित किया था।डेल कम्प्यूटर्स आज दुनिया की सबसे बड़ी पीसी निर्माता कंपनियों में से एकहै।


6. स्टेसी फेरीरा



हाई स्कूल में ही स्टेसी फेरीरा नेअपने भाई स्कॉट फेरीरा और दोस्त शिव प्रकाश के साथ मिलकर माईसोशलकुड.कोम शुरू कर दिया था, जो कि एक बुकमार्क और पासवर्ड वाल्ट था। वर्ष 2012 में उन्होंने रिचर्ड ब्रैनसन का एक ट्वीट देखा, जिसमें उन्होंने एक कॉकटेल पार्टी में लोगों को आमंत्रित किया था और इसमें शामिल होने के लिए प्रतिव्यक्ति 2000 डॉलर का शुल्क भी रखा था, जो चैरिटी के लिए दान में जाने वाला था।अपने पैरेंट्स से पैसे उधार लेकर स्टेसी फेरीरा ने पार्टी में हिस्सा लिया और रिचर्ड ब्रैनसन के साथ वक्त बिताया।दो महीने के बाद स्टेसी फेरीरा को रिचर्ड ब्रैनसन और उनके बिज़नेस पार्टनर जेरी मर्डोक का एक मिलियन डॉलर का निवेश प्राप्त हो गया।न्यूयॉर्क यूनिवर्सिटी में स्टेसी फेरीरा ने पढ़ाई शुरू तो की थी, मगर माईसोशलकुड.कोम पर ध्यान केंद्रित करने के लिए उन्होंने बीच में ही पढ़ाई छोड़ दी और लॉस एंजिलिस पहुंच गईं।


7. राल्फ लॉरेन



न्यूयॉर्क में ब्रॉच कॉलेज में राल्फ लॉरेन ने पढ़ाई तो शुरू की थी, लेकिन आर्मी में जाने के किये उन्होंने दो वर्षों में ही पढ़ाई छोड़ दी थी। वहां से लौटने के बाद ब्रुक ब्रदर्स के लिए काम करते हुए उन्होंने कपड़े बेचे। वर्ष 1967 में उन्होंने पोलो के ब्रांड नेम के तहत टाई को डिजाइन करना शुरू किया। स्टोरेज में उनके उत्पाद ब्लूमिंगडल्स के नाम से बिकने लगे। बाद में लॉरेन ने इसका विस्तार करते हुए मेन्सवेयर लाइन में कदम रखा और फिर दो वर्षों के बाद महिलाओं के सूट भी जारी कर दिए। आज उनकी कंपनी घरेलू उत्पादों के साथ सुगंधित उत्पाद भी बेच रही है।

8. सीन पार्कर


नैपस्टर के सह संस्थापक और फेसबुक के प्रेसिडेंट के तौर पर सीन पार्कर की पहचान है। पार्कर जब हाई स्कूल में थे, उसी दौरान उन्होंने कंपनियों के कोड खुद लिखना शुरू कर दिया था और मार्क पिंसस के स्टार्टअप फ्रीलोडर में उन्होंने बतौर इंटर्न काम भी किया था। कम्प्यूटर में अपनी रुचि की बदौलत सालाना 80 हजार डॉलर उन्होंने घर लाना शुरू कर दिया। उन्होंने बाद में अपने कॉलेज जाने के लिए पैरेंट्स को मना लिया और अपने दोस्त शॉन फैनिंग के साथ मिलकर नैपस्टर शुरू कर दिया, जिसे वे नैपस्टर यूनिवर्सिटी भी इसलिए कहते हैं, क्योंकि उनके मुताबिक यहीं से उन्होंने उद्यमिता के गुर सीखे, जिसकी बदौलत उन्होंने फेसबुक, स्पॉटीफाई, एयरटाइम और विलकॉल जैसी तकनीकी कंपनियों में बाद में निवेश भी किया। पार्कर की कुल संपत्ति आज दो बिलियन से अधिक की बताई जाती है।

9. जॉन मैके


जॉन मैके ऑस्टिन के टैक्सास यूनिवर्सिटी में दर्शनशास्त्र और धर्म की पढ़ाई कर रहे थे, लेकिन वर्ष 1978 में उन्होंने अपनी तत्कालीन गर्लफ्रेंड रिनी लॉशन हार्डी के साथ एक हेल्थ फूड स्टोर खोलने के लिए पढ़ाई को बीच में ही छोड़ दिया था। सेफरवे के नाम से उन्होंने इसे शुरू किया था। इसके दो वर्षों के बाद मार्क स्काइल्स एवं क्रेग वेलर की कंपनी क्लार्क्सविले नेचुरल ग्रोसरी में उन्होंने इसका विलय कर दिया और इसका नाम बदलकर व्होल फूड्स मार्केट कर दिया। ऑस्टिन के एक जगह से शुरू हुई कंपनी व्होल फूड्स मार्केट आज 11 बिलियन डॉलर कंपनी के रूप में तब्दील हो गयी है। इसके 340 से अधिक स्टोर्स हैं। मैके वाल्टर रॉब चतुर्थ के साथ इसके को-सीईओ हैं।

10. डॉव चार्नी


मॉन्ट्रियल में हाई स्कूल का स्टूडेंट रहने के दौरान डॉव चार्नी ने कपड़े बेचने का काम शुरू कर दिया। यूएस से टीशर्ट मंगाकर वे कनाडा में बेच देते थे। तफ्स यूनिवर्सिटी में उन्होंने दाखिला तो लिया, लेकिन 1990 में पढ़ाई अपने पिता से 10 हजार डॉलर उधार लेकर अमेरिकन अपैरल लांच करने के उद्देश्य से पढ़ाई छोड़कर साउथ कैरोलिना चले गए। थोक में कपड़े के व्यापार से आगे बढ़ते हुए वर्ष 2003 में न्यूयॉर्क, लॉस एंजिलिस और मॉन्ट्रियल में डॉव चार्नी ने पहली बार रिटेल शुरू कर दी। वर्ष 2006 में उन्होंने अमेरिकन अपैरल को 360 मिलियन डॉलर में बेच दिया, मगर वे इसके सीईओ बने रहे।

इस तरह से इन सभी ने यह साबित करके दिखा दिया है कि जिंदगी में कुछ करने के लिए यह जरूरी नहीं कि आपके पास कॉलेज की डिग्री हो। आपमें यदि प्रतिभा है और आपने उसे पहचान लिया है, तो आप अपनी मेहनत और अपनी सोच से भी अपनी मंजिल को पा सकते हैं। जरूरत बस इस बात की होती है कि आपकी इच्छाशक्ति मजबूत हो और खुद पर भरोसा हो।